दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज बड़ा एलान किया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी आने वाले दो साल में सभी राज्यों में होने वाले व...
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज बड़ा एलान किया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी आने वाले दो साल में सभी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ेगी. केजरीवाल ने कहा कि उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब और गोवा में आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी.
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की नेशनल काउंसिल की मीटिंग में पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने बड़ा एलान किया है. केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी देश में अगले दो साल में होने वाले सभी चुनाव लड़ेगी. केजरीवाल ने कहा कि उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब और गोवा में आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने किसान आंदोलन और दिल्ली में हिंसा को लेकर भी खुलकर बात की.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी को मजबूत आधार देने के बाद अब अरविंद केजरीवाल की नजर देश के अन्य राज्यों की ओर है. इसी के तहत पार्टी ने अपने बड़े नेताओं को आने वाले चुनावों के मद्देनजर जिम्मेदारियां देना शुरू कर दिया है. राघव चड्ढा को पंजाब, आतिशी मार्लेना को गुजरात में पार्टी के विस्तार की जिम्मेदार दी गयी है. इसके साथ ही दिल्ली में विधायक दिनेश मोहनिया को उत्तराखंड का इंचार्ज बनाया गया है. इन सभी राज्यों में 2022 में चुनाव होने हैं.
आज पार्टी की नेशनल काउंसिल की बैठक में केजरीवाल ने कहा, ''देश भर के लोग दिल्ली में आप के सुशासन की बात कर रहे हैं. देश में हर जगह, लोग दिल्ली की तरह बिजली और पानी की सब्सिडी और कल्याणकारी योजनाएं चाहते हैं. हमें दूरियां मिटाने की जरूरत है. इसके लिए, हमें एक मजबूत संगठन बनाने की जरूरत है... अगले दो वर्षों में, हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में चुनाव लड़ेगी. लोग तैयार हैं और अब हमें सिर्फ उनके पास पहुंचना है. ''
और क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
केजरीवाल ने कहा, ''आजकल देश का किसान बहुत दुःखी है. पिछले 25 साल में साढ़े 3 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं. नए किसान बिल से किसानों की खेती छीनकर पूंजीपतियों को देने की तैयारी है. 26 जनवरी को हुई हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण थी. किसानों पर फर्जी केस लगाए जा रहे हैं. जो पार्टी जिम्मेदार है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. जो कुछ भी उस दिन हुआ उससे यह आंदोलन खत्म नहीं हो सकता. हम सब लोगों को मिलकर किसानों का शांति पूर्वक साथ देना है.'' केजरीवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि जब भी किसानों के साथ जहां तो अपना झंडा और टोपी छोड़कर जाएं उनके पास आम नागरिक बनकर जाएं वहां कोई राजनीति नहीं करनी है.
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