बस्तर को 19 ग्रामीण सड़कों सहित कई निर्माण कार्यों की सौगात  

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेष बघेल ने बड़ेकिलेपाल में आयोजित आमसभा के दौरान बस्तर जिले को 156 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने इस मौके पर मेडिकल कॉलेज जगदलपुर में 8.63 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित ऑडिटोरियम एवं 6 करोड़ रूपए की लागत से बने ट्रामा सेन्टर का लोकर्पण किया। मुख्यमंत्री ने बस्तर जिले के विकास एवं निर्माण से संबंधित 51 कार्यों का लोकर्पण एवं शिलान्यास किया और लोगों को राष्ट्रीय मतदाता दिवस की बधाई और गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं दीं।

    मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 7.28  करोड़ रूपए की लागत से बास्तानार में निर्मित 250 सीटर आदिवासी बालक छात्रावास भवन और 7.28 करोड़ रूपए की लागत से बने बालिका छात्रावास भवन, एक करोड़ 79 लाख रुपए की लागत से बकावंड में निर्मित 50 सीटर आदिवासी कन्या छात्रावास भवन, 5.11 करोड़ रुपए की लागत से 90 गांवों में पेजयल के लिए सोलर ड्यूल पंप स्थापना, 2.97 करोड़ रुपए की लागत से 55 गांवों में हाईमास्ट लाईट की स्थापना, लगभग एक करोड़ 99 लाख रुपए की लागत के डिमरापाल जगदलपुर में ट्रांजिट हॉस्टल और एक करोड़ 72 लाख रुपए की लागत के नानगुर में निर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर पाहुरबेल से उड़ियापाल तक 2.94 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली 6 किलोमीटर लंबी सड़क, पाथरी से छिनारी तक 2.57 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाली 4 किलोमीटर लंबी सड़क, मारीगुड़ा से मैलबेड़ा तक 2.83 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाली 5.70 किलोमीटर लंबी सड़क, बड़े आरापुर से मटकोट तक 4.60 करोड़ रुपए की लागत वाली 4 किलोमीटर लंबी सड़क, 5.16 करोड़ रुपए की लागत वाली 5 किलोमीटर लम्बाई वाली मंडवा मार्ग, बोरपदर से बेलपुटी तक 4.30 करोड़ रुपए के लागत वाली 9.10 किलोमीटर लंबी सड़क, करपावंड से बेलपुटी तक लगभग 5.83 करोड़ रुपए की लागत वाली 12.10 किलोमीटर लंबी सड़क, करीतगांव से सरगीपाल तक 2.41 करोड़ रुपए की लागत की 8.70 किलोमीटर लंबी सड़क, गारेंगा से चारगांव तक 14.94 करोड़ रुपए के लागत की 24 किलोमीटर लंबी सड़क, बास्तानार से डब्बापारा तक 15.97 करोड़ रुपए के लागत की 24.60 किलोमीटर लंबी सड़क  निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। 

मुख्यमंत्री ने उलनार से छोटे बाड़म तक 3.51 करोड़ रुपए के लागत की 11.4 किलोमीटर लंबी सड़क, सरगीपाल से नानगुर तक 5.55 करोड़ रुपए के लागत की 16.80 किलोमीटर लंबी सड़क, धाराउर से मेंदरी तक एक करोड़ 93 लाख रुपए के लागत की 9.56 किलोमीटर लंबी सड़क, नियानार से मावलीपदर तक 12.84 करोड़ रुपए की लागत वाली 12.80 किलोमीटर लंबी सड़क, उरमीगुड़ा से टेकामेटा तक 4.15 करोड़ रुपए के लागत की 9.40 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य, एक करोड़ 38 लाख रुपए की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग से मारीगुड़ापारा बालेंगा तक निर्मित 2.42 किलोमीटर लंबी सड़क और राष्ट्रीय राजमार्ग से मुंडागुड़ा तक निर्मित 10.38 किलोमीटर लंबी सड़क का जीर्णोद्धार, एक करोड़ 43 लाख रुपए की लागत से माड़पाल से उपनपाल तक निर्मित 5.20 किलोमीटर लंबी सड़क और गरावंड से माड़पाल तक निर्मित 6.40 किलोमीटर लंबी सड़क के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया। 

मुख्यमंत्री ने बस्तर के उलनार-बजावंड मार्ग में 59 लाख रुपए की लागत वाले पुल, नगरनार, सरगीपाल, छापर भानपुरी, सिरिसगुड़ा, कोड़ेनार, बड़ांजी, बस्तर, लामकेर, रेटावंड, टलनार, सोनारपाल और बजावंड के धान उपार्जन केन्द्रों में साढ़े 26-26 लाख रुपए की लागत वाले 500-500 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम और चबूतरा निर्माण, 2.98 करोड़  रुपए की लागत से बुरुंगपाल तालाब के जीर्णोद्धार, 2.95 करोड़ रुपए की लागत से तुर्रेमरका जलाशय के जीर्णोद्धार, एक करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से देवड़ा जलाशय में मरम्मत एवं सीसी लाईनिंग, एक करोड़ 16 लाख रुपए की लागत से भोंड जलाशय में मरम्मत एवं सीसी लाईनिंग, 40 लाख रुपए से धुरगुड़ा में स्टाप डेम निर्माण तथा 97 लाख रुपए की लागत से भाटपाल में स्टाप डेम निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। 

इस अवसर सांसद दीपक बैज, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचन्द जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मण्डावी, विधायक दन्तेवाड़ा श्रीमती देवती कर्मा, उपाध्यक्ष राज्य अंत्यावसायी वित्त विकास निगम श्रीमती नीता लोधी सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, पंचायत पदाधिकारी और ग्रामीणजन उपस्थित थे।