नई दिल्ली । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता वाले पाक कपड़ा मंत्रालय ने भारत से कॉटन और चीनी के आयात पर लगे प्रतिबंध को हट...
नई दिल्ली । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता वाले पाक कपड़ा मंत्रालय ने भारत से कॉटन और चीनी के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए कैबिनेट समिति से अनुमति मांगी थी. बुधवार को इसे समिति द्वारा मंजूर कर दिया गया है. इस तरह पाकिस्तान में कच्चे माल की कमी से जूझ रहे कपड़ा उद्योग को भारत से कॉटन मिल पाएगा. समिति ने भारत से चीनी का आयात करने को भी मंजूरी दी है. इसे नई दिल्ली संग रिश्तों को सुधारने की दिशा में इस्लामाबाद का प्रमुख कदम माना जा रहा है।
पड़ोसी मुल्क के ‘पाकिस्तान मंत्रिमंडल आर्थिक समन्वय समिति’ (PCECC) ने 30 जून 2021 तक भारत से चीनी और कॉटन का आयात करने के लिए अपनी मंजूरी दी. हालांकि, भारत की तरफ से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. ऐसे में ये देखना होगा कि भारत की इस पर क्या टिप्पणी होती है. गौरतलब है कि पाकिस्तान की सरकार का खजाना खाली हो चुका है. देश की अर्थव्यवस्था का बेड़ा गर्क होने से पड़ोसी मुल्क कंगाली की हालत में पहुंच गया है. इस कारण उसे कॉटन-चीनी का आयात कर अपने कुछ उद्योगों को डूबने से बचाए रखना है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पाकिस्तान ने खत्म किया था रिश्ता
पाकिस्तान ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 (Article-370) के तहत दिए गए विशेष राज्य के दर्जे के हटाने के बाद भारत संग अपने संबंधों को खत्म कर लिया. भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाते हुए जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बदल दिया. हालांकि, परमाणु हथियारों से संपन्न दोनों मुल्कों के बीच फरवरी में रिश्तों में सुधार होता हुआ नजर आया. इस महीने दोनों देशों ने कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करने के लिए एक दुर्लभ संयुक्त बयान जारी किया. दोनों मुल्कों के रिश्तों में जमी बर्फ आने वाले कुछ महीनों में पिघलती हुई नजर आई है।
इमरान ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 29 मार्च को पाकिस्तान दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लिखे गए पत्र का जवाब दिया. उन्होंने पीएम मोदी से दोनों देशों के बीच विवादित मुद्दों को हल करने के लिए एक सक्षम वातावरण बनाने का आह्वान किया. इमरान ने कहा, पाकिस्तान के लोग भी भारत सहित सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण और सहयोग भरे संबंधों रखना चाहते हैं. हम इस बात को लेकर आश्वस हैं कि दक्षिण एशिया में लंबे समय के लिए शांति और स्थिरता भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर विवाद समेत अन्य मुद्दों के हल होने पर आएगी।
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