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*भाजपा ने असम और पुडुचेरी में सत्ता में शानदार वापसी और प. बंगाल में पार्टी के जबर्दस्त प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की*

*0 असम चुनाव के नतीजों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के मसले पर भाजपा के आधार को मज़बूती दी, मुख्यमंत्री बघेल की राजनीतिक सूझबूझ पर एक बड़ा प्रश्न...

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*0 असम चुनाव के नतीजों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के मसले पर भाजपा के आधार को मज़बूती दी, मुख्यमंत्री बघेल की राजनीतिक सूझबूझ पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा किया : साय*


*0 छत्तीसगढ़ में कोरोना की रोकथाम में बुरी तरह विफल बघेल अंतत: असम चुनाव के प्रबंधन में भी विफल रहे, अब उनके सियासी आइसोलेशन का वक़्त आ गया है : डॉ. रमन*


*0 छत्तीसगढ़ के राजनीतिक व आर्थिक संसाधनों का बेज़ा इस्तेमाल करके भी मुख्यमंत्री बघेल अपने छल-कपट के राजनीतिक दाँव-पेंच में बुरी तरह मात खा गए : कौशिक*


*0 भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा- असम चुनाव को लेकर अतिरिक्त दिलचस्पी ने प्रदेश को कोरोना संकट में धकेला, अब नतीजों ने साफ़ कर दिया कि मुख्यमंत्री बघेल को न ख़ुदा ही मिला, न विसाले सनम*


*0 भाजपा नेताओं ने असम व पुडुचेरी में जीत और प. बंगाल में शानदार प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए असम नतीजों को बघेल की नैतिक पराजय बताकर इस्तीफ़ा मांगा*

*रायपुर।* भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने असम और पुडुचेरी में भाजपा की सत्ता में शानदार वापसी और प. बंगाल में पार्टी के जबर्दस्त प्रदर्शन पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की है। प्रदेश भाजपा नेताओं ने कहा कि असम की जनता ने भाजपा के सुशासन और नेशनल रज़िस्टर ऑफ़ सिटीज़न्स (एनआरसी) के मुद्दे पर भाजपा के संकल्प पर जनादेश देकर अपनी सहमति की मुहर लगाई है। पुडुचेरी में जनता ने भाजपा गठबंधन के विकास और सुशासन पर फिर विश्वास व्यक्त किया है। इसी तरह प. बंगाल में भाजपा का शानदार राजनीतिक प्रदर्शन भविष्य की राजनीति का संकेत कर रहा है, जहाँ भाजपा ने एक बड़ी छलांग लगाकर राष्ट्रवादी राजनीति की एक बड़ी लकीर खींचने में सफलता अर्जित की है।


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने असम चुनावों में शानदार प्रदर्शन के लिए असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को बधाई देते हुए कहा कि एनआरसी का मुद्दा असम की राजनीति का बड़ा मुद्दा रहा है और भाजपा ने संकल्प व्यक्त किया है कि असम के नतीजे आते ही बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा। श्री साय ने कहा कि असम चुनाव के नतीजे बांग्लादेशी घुसपैठियों के मसले पर भाजपा के आधार को मज़बूती प्रदान की है। श्री साय ने असम चुनाव नतीजों को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की राजनीतिक सूझबूझ पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करने वाला बताया है।


भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि असम के चुनाव नतीजों से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चुनावी प्रबंध कौशल के ढोल की पोल खुल गई है और भाजपा की इस बात पर मुहर लगी है कि झूठ का रायता फैलाकर छल-छद्म की राजनीति करने वाले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल जहाँ भी जाते हैं, हारकर लौटना ही उनकी नियति होती है। डॉ. सिंह ने कहा कि असम चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने जितने भी बड़बोले दावे किए थे, वे तो हवा हुए ही, पाँच गारंटी देकर असम के मतदाताओं को भ्रमित करने की कोशिश भी नाक़ाम साबित हुई। छत्तीसगढ़ में कोरोना की रोकथाम के प्रबंध-कौशल में बुरी तरह विफल रहे मुख्यमंत्री बघेल अंतत: असम चुनाव के प्रबंधकीय कौशल में भी विफल सिद्ध हो चुके हैं और अब उनके सियासी आइसोलेशन का वक़्त आ गया है।


प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कटाक्ष कर कहा कि छत्तीसगढ़ के राजनीतिक व आर्थिक संसाधनों का बेज़ा इस्तेमाल करके भी मुख्यमंत्री बघेल अपने छल-कपट के राजनीतिक दाँव-पेंच में बुरी तरह मात खा गए हैं। इन संसाधनों का इस्तेमाल प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने में किया जाता तो आज दहशत का ऐसा माहौल नहीं होता। प्रदेश कांग्रेस और उसकी सरकार के कर्णधारों को हर वक़्त आपदा में भी अपने राजनीतिक स्वार्थ पूरे करने के अवसर तलाशने की लगी बुरी लत को असम की जनता ने मुँहतोड़ ज़वाब दिया है। श्री साय ने कहा कि भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के पराक्रम और पुरषार्थ के बल पर संगठन को जो जनाधार प्रदान किया है, उसका ही नतीजा है कि असम और पुडुचेरी में भाजपा गठबंधन पर मतदाताओं ने फिर विश्वास जताया और प. बंगाल में भाजपा को एक बड़ी राजनीतिक शक्ति के रूप में स्थापित होकर कार्य करने का अवसर प्रदान किया है।


भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव, अनुराग सिंहदेव और नीलू शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल की असम चुनाव को लेकर अतिरिक्त दिलचस्पी का आलम यह था कि विधानसभा के बज़ट सत्र का समय से काफी पहले अवसान कराके अपने ‘दिल्ली-दरबार’ के ख़ानदान की वंदना में ख़ुद को अव्वल साबित करने के फेर में उन्होंने छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की दूसरी भयावह लहर तक की अनदेखी की और प्रदेश के लोगों उनके हाल पर छोड़कर वे असम की दौड़ लगाते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना संक्रमण पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक तक में शामिल होने के बजाय मुख्यमंत्री असम में चुनाव प्रचार करने चले गए। यहाँ तक कि, बीजापुर में नक्सलियों से मुठभेड़ में पुलिस जवान शहीद हुए तब भी मुख्यमंत्री बघेल असम में अपने सहयोगियों के साथ डिनर ले रहे थे! भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा कि असम के चुनाव नतीजों ने साफ़ कर दिया है कि मुख्यमंत्री बघेल को न ख़ुदा ही मिला, न विसाले सनम।


प्रदेश भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी, सह प्रभारी नितिन नवीन, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह, सहित प्रदेश के सभी भाजपा सांसदों, विधायकों, भाजपा व सभी मोर्चा-प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं ने असम व पुडुचेरी में भाजपा की जीत और प. बंगाल में भाजपा के एक बड़ी राजनीतिक शक्ति के तौर पर स्थापित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए असम चुनाव के नतीजों को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल की नैतिक पराजय बताया है।

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