रायपुर। कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर लगाए आरोपों के बाद पार्टी में बने विवाद की स्थिति के बाद संगठन की...
रायपुर। कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर लगाए आरोपों के बाद पार्टी में बने विवाद की स्थिति के बाद संगठन की ओर से देर शाम विधायक बृहस्पत को शोकॉज नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया जिसमें प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया में दिए गए उनके बयान का उल्लेख करते हुए पूछा गया है कि किस आधार पर उन्होने यह गंभीर आरोप लगाया है। अब विधायक की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आलाकमान ने भी इस विषय को पूरी गंभीरता से लेते हुए तत्काल पटाक्षेप करने कह दिया है। संगठन के नेता रायपुर में ही थे तब उन्होने पार्टी मंच में अपनी बातें कहने की जगह सीधे मीडिया में चले जाने से पार्टी की छवि धूमिल हुई है.संगठन के प्रभारी मंत्री रवि घोष की ओर से जारी नोटिस में चौबीस घंटे के भीतर लिखित में जवाब पेश करने कहा गया है।
वहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को रात में चुनिंदा मंत्रियों के साथ बैठक की। इसमें टीएस सिंहदेव शामिल नहीं हुए। लेकिन बृहस्पत समेत कई विधायक इसमें मौजूद थे। हालांकि, बैठक के बाद कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। माना जा रहा है कि विधानसभा में मुख्यमंत्री इस मामले में खुद बोल सकते हैं। इससे पहले विधानसभा से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पार्टी नेतृत्व को घटनाक्रम की जानकारी दी थी। वहां से इस विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने को कहा गया था। उसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई थी। इसमें गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे, राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंडिया आदि शामिल हुए।
कांग्रेस के दोनों नेताओं के बीच उपजे इस विवाद से पार्टी असमंजस में है। बृहस्पत सिंह के आरोप न निगलते बन रहे हैं और न उगलते बन रहे हैं। पार्टी, अगर बृहस्पत सिंह के आरोपों को मानती है तो उसे टीएस सिंहदेव पर कार्रवाई करनी होगी। अगर नहीं मानती है तो बृहस्पत सिंह पर कार्रवाई करने का दबाव बढ़ जाएगा। इन दोनों स्थितियों में पार्टी की स्थिति असमंजस की बन गई है।
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