*छतीसगढ़ में केवल अपराधों और नशाखोरी का हुआ विकास:भाजपा* *रायपुर।* भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सि...
*छतीसगढ़ में केवल अपराधों और नशाखोरी का हुआ विकास:भाजपा*
*रायपुर।* भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने हत्या, डकैती, दुष्कर्मजैसी वारदातों में छत्तीसगढ़ के बिहार व मध्यप्रदेश से भी आगे निकल जाने को प्रदेश सरकार और उसकी पुलिसिंग के लिए बेहद शर्मनाक बताया है। डॉ. सिंह ने नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताज़ा रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इसके बाद भी अगर प्रदेश सरकार अपराधों को रोकने और क़ानून-व्यवस्था क़ायम कर पाने की दृढ़ता नहीं दिखाती है तो ऐसी सरकार छत्तीसगढ़ के लिए असहनीय बोझ है और उसे तत्काल सत्ता से अलग हो जाना चाहिए।
भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश का विकास देखने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को न्यौता देने हाल ही प्रदेश कांग्रेस की पूरी बारात दिल्ली गई थी, जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को जंगलराज बना रखा है। डॉ. सिंह ने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट प्रति एक लाख की आबादी के औसत के आधार पर यह बता रही है कि सन 2020 में बिहार में हत्या के मामलों का प्रतिशत जहाँ 2.6 है वहीं छत्तीसगढ़ में यह प्रतिशत 3.3 है। मध्यप्रदेश और गुजरात में भी यह दर कम है। दुष्कर्म के मामलों की दर बिहार, गुजरात और मध्यप्रदेश में क्रमश: 1.4, 1.5 और 5.8 फ़ीसदी है जबकि छत्तीसगढ़ में यह दर 8.3 फ़ीसदी थी। डॉ. सिंह ने कहा कि यह रिपोर्ट तो एक साल की है, जबकि प्रदेश में जबसे कांग्रेस ने सत्ता सम्हाली है, लगातार अपराध बढ़े हैं। सन 2019 के मुक़ाबले सन 2020 में छत्तीसगढ़ में अपराधों में वृद्धि दर्ज़ की गई है। डॉ. सिंह ने कहा कि चालू वर्ष में 30 जून तक सामूहिक हत्याओं के 21 और आत्महत्या के 3,930 मामले सामने आए हैं। प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में बताया था कि 01 दिसंबर 2018 से 30 जून 2021 तक सामूहिक हत्या के 94 मामले दर्ज़ किए गए हैं जबकि आत्महत्या के 19,084, मानव तस्करी के 111, और साइबर ठगी के 786 मामले दर्ज़ हुए हैं। चालू वर्ष में दुष्कर्म के 10,829, सामूहिक दुष्कर्म के 150, अपहरण के 2,599, चाकूबाजी के 1,047, नाबालिगों के ग़ुम होने के 6,125 मामले दर्ज़ हुए हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपहरण में सातवें, बच्चों के साथ अपराध में तीसरे और आत्महत्या के मामलों में दूसरे स्थान पर है। अपराधों का लगातार बढ़ता ग्राफ़ प्रदेश सरकार के निकम्मेपन का परिचायक है और यही विकास कांग्रेस के शासनकाल की कुलजमा उपलब्धि है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि जबसे कांग्रेस की सरकार आई है, तबसे ही इस सरकार ने छत्तीसगढ़ का बेड़ा गर्क कर रखा है। क़ानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं रह गई है और ऐसा लग रहा है कि यहाँ अपराधियों की समानांतर सरकार चल रही है। अपराधियों का हौसला प्रदेश में इतना बुलंद है कि वे यह समझकर कि, उन्हें पूरी सरकार का संरक्षण प्राप्त है, लगातार अपराध कर रहे हैं। आँकड़े बता रहे हैं कि कांग्रेस शासनकाल में लगातार अपराध बढ़े हैं और अब तो राजधानी के बीचो-बीच जयस्तम्भ चौक पर भी अपराध हो रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में फ़िल्मी अंदाज़ में अपराध हो रहे हैं। चलते वाहनों से महिलाओं को फेंक दिया जाता है। इससे बड़ी सर्मनाक बात क्या हो सकती है कि अब हत्या जैसे अपराधों की लाइव वीडियो बनाई जाती है। अपराध अब यहाँ लाइव होने लगे हैं। ऐसा कोई भी अपराध नहीं है, जिसमें छत्तीसगढ़ में आँकड़े कम हो रहे हैं। दुष्कर्म, सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण, मानव तस्करी, निर्मम हत्याओं, चाकूबाजी, लूटपाट, चेन स्नैचिंग, शराबखोरी, गांजा-अफ़ीम और ड्रग्स की तस्करी जैसे जघन्य अपराधों लगातार इज़ाफ़ा हुआ है। सरकार ख़ुद घर-घर शराब पहुँचा रही है, पान दुकानों तक में शराब बिक रही है। कुल मिलाकर कांग्रेस के राज में अपराध और नशाखोरी ही विकसित हुई है। डॉ. सिंह ने सवाल किया कि आख़िर शांति का टापू कहा जाने वाला छत्तीसगढ़ आज अपराधगढ़ क्यों बन गया है?
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