रायपुर। रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में फिजियोथेरेपी महाविद्यालय के छात्र संघ के पदाधिकारियों और द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथ...
रायपुर। रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में फिजियोथेरेपी महाविद्यालय के छात्र संघ के पदाधिकारियों और द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट छत्तीसगढ़ ब्रांच के अध्यक्ष ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में पिछले लगभग 20 वर्षों से फिजियोथेरेपी की स्नातक पाठयक्रम संचालित है, परंतु 20 वर्षों के बीत जाने के उपरांत भी इस पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को
प्रदेश के एकमात्र शासकीय फिजियोथेरेपी महाविद्यालय रायपुर में प्रदेश के पूरे 31 जिलों से
विद्यार्थी पढ़ने आते हैं लेकिन उनके ठहरने की व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं किया गया है।
छात्रावास के अभाव में गरीब तबके के छात्त्रों को भारी भरकम शुल्क अदा कर निजी छात्रावास
का आसरा लेना पड़ता है तो वहीं दूसरी ओर स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद स्नातकोतर
की पढ़ाई के लिए दूसरे प्रदेशों में जाकर निजी महाविद्यालयों का भारी शुल्क का भी बोझ
उठाना पड़ता है।
महाविद्यालय में विद्यार्थी 4 साल प्रबंध कर जैसे-तैसे भी अपनी शिक्षा पूरी करते हैं उसके उपरांत
6 महीने का इंटर्नशिप डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के अनेक विभागों में
लगाया जाता है जिसका स्टाइ्पेंड की राशि मात्र 3500 प्रति माह है जोकि 2012 से पुनरीक्षित
नहीं हुआ है जबकि वाकी पाठ्यक्रम के इंटर्नीशिप के स्टाइ्पेंड से तुलना की जाएए तो दंत
चिकित्सा महाविद्यालय के इंटर्नशिप राशि में 2012 के उपरांत 58% की वृद्धि हुई है ।
स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री, संचालक चिकित्सा शिक्षा और कॉलेज प्रशासन से हम पहले ही सभी
मुद्दों पर च्चा कर चुके हैं लेकिन सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
उपयुक्त मुद्दों का एक भी मुद्दा न तो हल किया गया है और न ही ठीक से संबोधित किया गया है। छात्रों की समस्याऑं की और ऐसा बहरा कान पैंकना राज्य सरकार, चिकित्सा शिक्षा और कॉलेज प्रबंधन की ओर से एक बर्बर कृत्य हैं।
महाविद्यालय के विद्यार्यियों की मांग है कि शीघ्र अति शीघ्र सारी समस्याओं का विचार विमर्श करते हुए सकारात्मक समाधान निकाला जाए तथा छात्रावास की सुविधा उपलब्ध की जाए, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम का संचालन प्रारंभ किया जाए, स्टाइर्पेंड की राशि में बढोतरी की जाए तथा फिजियोथेरेपी बाह्य रोग्य विभग (ओ पी डी) जोकि सन 2002 से एक कमरे में संचालित हैं तथा प्रतिदिन लगभग सौ से डेढ सौ मरीज अपना इलाज कराने आते हैं लेकिन जगह और उपकरणों के अभाय के कारण उन्हें बेबस विना इलाज कराए लौटना पड़ता है अतः हम सरकार से यह भी अनुरोध करेंगे की फिजियोथैरेपी बाह्य रोगी विभाग का क्षेत्रफल बढ़ाते हुए स्वतंतर बाह्य रोगी विभाग के रूप में शासकीय फिजियोयैरेपी महाविद्यालय में स्थानांतरित करें. मांगों को लेकर विद्यालय के विद्यार्थी दिनांक 13 दिसंबर 2021 से अनिध्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं जिससे स्नातक पाठ्यक्रम की सारी कक्षाएं बंद रहेगी एवं इंट्नशिप सेवाएं भी बंद हैं। वहीं द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट छत्तीसगढ़ ब्रांच के द्वारा गवर्नमेंट फिजियोथेरेपी महाविदयालय रायपुर के छात्र छात्राओं द्वारा अपने 4 सूत्रीय मांगों को लेकर किए जाने वाली अनिश्चितकालीन हड़ताल का पूर्ण रुप से समर्थन किया है ।
छत्तीसगढ़ मे फिजियोथेरेपी कॉउंसिल के गठन परश्चात् अभी तक नियमानुसार सदस्यों का चयन एवं कौसिल कार्य का सञ्चालन नहीं हो पाया है अतः इस कारये को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
राज्य के समस्त स्वस्थ केंद्रों सी०एच सी, पीएच सी, जिला चिकित्सलय तथा मेडिकल कालेज में फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की नियमित नियुक्ति तथा वेतन विसंगतियों को दूर जल्द से जल्द की जाए।
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