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भाजपा के असहयोग भ्रम के बावजूद धान खरीदी जोरो पर - मोहन मरकाम

  किसान अपना धान बिना किसी परेशानी के बेच रहे रायपुर/ 06 दिसंबर 2021। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी भाजपा सरकार के षड्यं...

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किसान अपना धान बिना किसी परेशानी के बेच रहे

रायपुर/ 06 दिसंबर 2021। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी भाजपा सरकार के षड्यंत्र के बावजूद छत्तीसगढ़ में धान खरीदी सुचारू रूप से हो रही है छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता आज भी धान खरीदी में बाधा उत्पन्न करने के लिए किसानों को बरगलाने के लिए झूठ फरेब की राजनीति कर रहे है। राज्य भर के धान खरीदी केन्द्रो में धान खरीदी निर्बध रूप से चल रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर यह सुनिश्चित किया गया है कि खरीदी केन्द्रो पर किसानों को कोई परेशानी नही है। प्रदेश के सभी 2463 खरीदी केन्द्रों पर सारी व्यवस्थाये चाक चोबंद की गयी है। किसानों को धान बेचने मे बारदाने की समस्या न आये इसलिये पुराने बारदानों की कीमत कांग्रेस सरकार ने बढ़ा कर 18 रू. से 25 रू. कर दिया है। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि किसानो को धान बेचने के बाद उनका पैसा भी शीघ्र उनके खातों में ट्रांसफर कर दिया जाये।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद सबसे ज्यादा किसानों से लगभग 22लाख 66 किसानों से 1करोड़ 5लाख मिट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखी है और केंद्र में बैठी मोदी भाजपा की सरकार छत्तीसगढ़ में धान खरीदी पर बाधा पैदा करने में लगी है और छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता जो खुद को किसानों हितेषी बताते हैं वह भी मोदी सरकार के किसान विरोधी नीतियों के समर्थन में खड़ी हुई है भाजपा नेताओं के किसान विरोधी चेहरा को छत्तीसगढ की जनता पहचान ली। भारतीय जनता पार्टी धान खरीदी के मामले में केवल झूठी बयानबाजी कर भ्रम फैलाने का काम कर रही तथा छत्तीसगढ़ के भाजपा के नेता अपनी केन्द्र सरकार से बोलकर छत्तीसगढ़ की धान खरीदी में बाधा पहुंचाने का काम भी कर रहे है। आखिर क्या कारण है कि केन्द्र सरकार छत्तीसगढ़ से उसना चावल नही ले रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि भाजपा की केन्द्र सरकार छत्तीसगढ़ को बारदाना देने में भी असहयोग कर रही है। राज्य को धान खरीदी के लिये 5.25 लाख गठान बारदानें की आवश्यकता है। इस वर्ष केन्द्र ने 2.14 लाख गठान बारदानों की स्वीकृति दी है। जिसका एडवांस पैसा जमा करने के बाद भी छत्तीसगढ़ को अभी मात्र 86856 गठान बारदाने ही दिये गये है।

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