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*महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की सभी योजनाएं अब 3 वृहद परियोजनाओं के अंतर्गत होंगी संचालित*

*•           मिशन पोषण 2.0, मिशन वात्सल्य एवं मिशन शक्ति है परियोजनाएँ* *•           वर्ष 2020-21 के बजट में इन परियोजनाओं के लिए 24,114 करो...

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*•           मिशन पोषण 2.0, मिशन वात्सल्य एवं मिशन शक्ति है परियोजनाएँ*


*•           वर्ष 2020-21 के बजट में इन परियोजनाओं के लिए 24,114 करोड़ रूपये आवंटित*


राजनांदगांव। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सभी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सरकार ने नयी पहल की है। अब महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की सभी योजनाओं को 3 वृहद परियोजनाओं  में वर्गीकृत कर संचालित किया जाएगा जिसमें  मिशन पोषण 2.0, मिशन वात्सल्य एवं मिशन शक्ति होंगे।  


मिशन शक्ति महिला व बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित की जा रही सभी मिशन व योजनाओं का कंनर्वजेंस प्रोग्राम है। इसमें मिशन पोषण 2.0 मिशन वात्सल्य तथा मिशन सक्षम आंगनबाड़ी को शामिल किया गया है।


*देश में लगभग 68 आबादी महिलाओं एवं बच्चों की*


एक सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 67.70% आबादी सिर्फ महिलाओं एवं बच्चों की ही है। देश की सतत एवं न्यायसंगत विकास के लिए महिलाओं एवं बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा एवं उनका सशक्तिकरण बेहद जरुरी है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय एक सुरक्षित माहौल में सुपोषित एवं प्रसन्न बच्चों की परवरिश सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है। साथ ही महिलाओं को सशक्त करने के लिए सुलभ, सस्ता, विश्वसनीय एवं सभी तरह के भेदभाव एवं हिंसा मुक्त माहौल प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का मुख्य उद्देश्य महिला एवं बाल विकास विकास के लिए राज्य सरकार के कार्यों  में कमी को दूर करने, महिलाओं का सम्मान व उनकी सुरक्षा तथा  उनके अधिकारों का सर्मथन करने एवं  उनके कौशल का क्षमतावर्धन कर उनमें आत्मविश्वास भरना है ताकि वह आगे के रास्ते को स्वयं तय कर सकें।


प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि  देश का संविधान सभी महिलाओं व पुरुषों को स्वतंत्रता और अवसर का समान अधिकार देता है। एक महिला को अपने भाग्य निर्माण में सक्षम बनाने के लिए, सतत चलने वाली तरीकों को पूरे जीवनकाल तक अपनाया जा रहा है जो एक ऐसी व्यवस्था का निर्माण करता है जिसके माध्यम से प्राकृतिक तौर पर होने वाले भेदभाव और पक्षपात का समाधान किया जा सके। साथ ही महिलाओं के सम्मान, उनके अधिकारों की सुरक्षा और उसका सर्मथन और उनके कौशल का विकास व क्षमतावर्धन कर आगे के रास्ते तय करने के लिए उनमें विश्वास भरा जा सके।


*मिशन शक्ति से महिलाओं को मिलेगा समान अधिकार*


महिलाओं के सम्मान और उनकी सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए एक समावेशी समाज के निर्माण की जरूरत है जहां महिलाओं और बालिकाओं को संसाधनों अवसरों के इस्तेमाल का बराबरी का अधिकार हो ताकि भारत की सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक विकास में भागीदारी देने में महिलाएं सक्षम हों। समावेशी विकास के लिए आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरण बदलाव लाने में महिलाएं की मुख्य भूमिका है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए वर्तमान में चल रही योजनाओं में आवयश्क बदलाव लाना जरूरी है। इसे मिशन शक्ति के तहत प्राप्त किया जा सकता है।


*बच्चों के कल्याण में मिशन वात्सल्य करेगा सहयोग*


देश के विकास के लिए बच्चों का कल्याण जरूरी है। वह  भविष्य में देश के मानव संसाधन के रूप में अपना योगदान देते हैं। सरकार द्वारा उनके पोषण, वितरण और इसकी पहुंच तथा इसके परिणाम को मजबूत करने के लिए स्पलीमेंट्री न्यूट्रिशन प्रोग्राम (पूरक पोषण कार्यक्रम) तथा पोषण अभियान को मिशन पोषण 2.0 के तहत विलय कर दिया गया है। बच्चों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कई प्रकार की पहल की। इन उद्देश्यों को मिशन वात्सल्य सुनिश्चित करता है।


*सभी अम्ब्रेला स्कीम्स के लिए कुल बजट में 24,114 करोड़ रूपये आवंटित*


बजट वर्ष 2021—22 के तहत इन तीन  परियोजनाओं  में पूर्व से चल रही योजनाओं को शामिल करते हुए राशि का आवंटन किया गया है। सक्षम आंगनबाड़ी तथा पोषण 2.0 परियोजना  में आइसीडीएस आंगनबाड़ी सेवा, पोषण अभियान, किशोरियों के लिए योजना व राष्ट्रीय क्रेश योजना शामिल की गयी है। इसके लिए बजट वर्ष 2020—21 के लिए 20,105 करोड़ रुपये आंवटित किया गया है। मिशन वात्सल्य  बाल सुरक्षा सेवाएं व बाल कल्याण सेवाएं योजना को सम्मिलत करते हुए 900 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। मिशन शक्ति (महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा के लिए मिशन) में — संबल  (वन स्टॉप सेंटर, महिला पुलिस वॉलिटियर, महिला हेल्पलाइन, स्वधर, उज्जवला, विधवा आश्रम) तथा समर्थ — (बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ, पालना घर, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, जेंडर बजट, शोध) योजनाओं को शामिल करते हुए 3,109 करोड़ रुपये आंवटित किया गया है। इस तरह तीनों अम्ब्रेला स्कीम्स के लिए बजट वर्ष 2020—21 में 24,114 करोड़ रूपये आवंटित किए गए हैं।

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