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वेदांता की उद्यमी महिलाएं बन रही विकास में सहयोगी

  रायपुर। पारंपरिक तौर पर देखा जाए तो निर्माण एवं वृहद अभियांत्रिकी वाले उद्योगों में बहुत कम महिलाएं कार्यरत हैं। धातु एवं खनन उद्योग में क...

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रायपुर। पारंपरिक तौर पर देखा जाए तो निर्माण एवं वृहद अभियांत्रिकी वाले उद्योगों में बहुत कम महिलाएं कार्यरत हैं। धातु एवं खनन उद्योग में कमोवेश यही स्थिति है। वेदांता एल्यूमिनियम एंड पावर बिजनेस की अनेक कुशल महिलाएं सफलतापूर्वक विभिन्न महत्वपूर्ण परिचालन एवं तकनीकी भूमिकाएं निभा रही हैं, जिनमें धातु उत्पादन, लॉजिस्टिक्स, सिविल कार्य, रेलवे आधारभूत संरचना, वित्त, सुरक्षा एवं कमोडिटी प्रोक्योरमेंट आदि कार्य शामिल हैं। इसके ओडीशा स्थित संयंत्र में एक ऐसी अग्निशामक टीम भी जिसकी सभी सदस्याएं महिलाएं हैं।

वेदांता लिमिटेड एल्यूमिनियम बिजनेस के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल शर्मा के अनुसार - ‘‘वेदांता में हम महिला या पुरुष वाले विचार से परे और पारंपरिक या गैर पारंपरिक से इतर हर भूमिका पर विचार करते हैं। इसका अर्थ है कि यहां महिलाएं प्रचालन एवं अनुरक्षण, सुरक्षा, अनुसंधान एवं विकास, मार्केटिंग, वित्त एवं मानव संसाधन, जनसंपर्क, क्रेन एवं स्मेल्टर पॉट टेंडिंग मशीनों के प्रचालन आदि कार्यों में बढ़ चढक़र भूमिका निभा सकती है। देश के सबसे बड़े एल्यूमिनियम उत्पादक के तौर पर हम एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देना चाहते हैं, जिसमें योग्यता, श्रेष्ठता, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा एवं नवाचार को महत्व मिले।’ इसके साथ कंपनी का प्रयास है कि सभी कर्मचारियों की तरह महिलाओं को उनके व्यवहार एवं सीखने की इच्छा, शिक्षा एवं तकनीकी योग्यता के आधार पर नियुक्ति दी जाती है। इसके बाद उन्हें विश्वस्तर के विशेषज्ञों से अधिकतम संभव प्रशिक्षण दिया जाता है और एक ऐसा माहौल मिलता है जिसे जीवन में सभी पड़ाव पर सहयोग के लक्ष्य के साथ तैयार किया गया है। उन्हें सफलता का पूरा मौका मिलता है।

सिविल परियोजनाओं के प्रबंधन में 14 साल से अधिक अनुभव रखने वाले ज्योति आर कृष्णा ओडीशा के झारसुगुड़ा में वेदांता के एल्यूमिनियम कॉम्प्लेक्स में सिविल वर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड रेलवे प्रोजेक्ट्स में प्रबंधक है। ज्योति भरोसे के साथ कहती हैं, ‘‘काम के दौरान हम इस विचार से प्रेरित होते हैं कि हम देश में बहुत अहम एवं रणनीतिक रूप से खास मेटल एल्यूमिनियम का उत्पादन कर रहे हैं, जो मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में देश को आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। 


वेदांता के झारसुगुड़ा प्लांट की सिक्योरिटी ऑफिसर आंसी कुजुर दृढ़ विचारों वाली महिला हैं। काम के दौरान आनेवाली विभिन्न चुनौतियों का वह डटकर मुकाबला करती हैं। आंसी को कईबार असामाजिक तत्वों, चोरी के मामलों, हथियार बंद लोगों और कई अन्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि शांत रहते हुए वह हर समस्या का सामना करती हैं। वह हमेशा अपने चेहरे पर मुस्कान रखती हैं। यह वेदांता में काम करने की उनकी खुशी को दर्शाता है।



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